7 मई, 2025 को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर 24 सटीक मिसाइल हमलों की एक श्रृंखला थी। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के प्रत्यक्ष जवाब में की गई थी, जिसमें जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले में 26 लोगों, मुख्य रूप से हिंदू पर्यटकों की जान चली गई थी।
लक्ष्य और प्रभाव:
ये हमले लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकी शिविरों पर केंद्रित थे, जो मुरीदके और बहावलपुर जैसे इलाकों में स्थित हैं। भारत सरकार के सूत्रों के अनुसार, 70 से ज़्यादा आतंकवादी मारे गए और 60 से ज़्यादा घायल हुए, जिससे इन समूहों की संचालन क्षमता में काफ़ी कमी आई।
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प्रतिक्रियाएँ और परिणाम
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: पाकिस्तान ने हमलों की निंदा करते हुए इसे "युद्ध की एक ज़बरदस्त कार्रवाई" बताया, रिपोर्ट में कहा गया कि छह स्थलों पर 24 मिसाइलों से हमला किया गया। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि उसने पाँच भारतीय विमानों को मार गिराया है, लेकिन भारत ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है। पाकिस्तान ने आठ लोगों की मौत और 35 के घायल होने सहित नागरिक हताहतों की भी रिपोर्ट की है, और पंजाब प्रांत में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है।अंतर्राष्ट्रीय चिंताएँ: इस तनाव के कारण अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संयम बरतने की अपील की गई। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और अमेरिकी अधिकारियों ने दोनों देशों से आगे सैन्य टकराव से बचने का आग्रह किया। चीन ने भी परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसियों के बीच तनाव कम करने का आह्वान किया।
घरेलू उपाय: भारत में, संभावित जवाबी कार्रवाई की तैयारी के लिए 244 जिलों में मॉक ड्रिल सहित सुरक्षा के कड़े उपाय लागू किए गए। उत्तरी भारत के हवाई अड्डों पर व्यवधान का सामना करना पड़ा, कई उड़ानें रद्द कर दी गईं या उनका मार्ग बदल दिया गया। पाकिस्तान में, उड़ानों को कराची की ओर मोड़ दिया गया, और पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में बिजली कटौती की सूचना मिली।
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